समकालीन का अर्थ है, आज के दौर की कहानियां यह वह कहानियां है| जो आज के समय में एवं आज की परिस्थितियों से साक्षात्कार कराती है| यह अपने समय के यथार्थ को पूरी ईमानदारी से प्रस्तुत करती है| एवं इनमें कोई पूर्वाग्रह नहीं होता है यहां पर या भी मायने रखता है| कि समकालीन लेखक अपने समय के सवालों के प्रति कितना गंभीर है, मधुरेश यह कहते हैं:- समकालीन होने का अर्थ है समय की व्यावहारिक और रचनात्मक दबाव को झेलते हुए उन से उत्पन्न तनाव और टकराहटो के बीच अपनी सृजनशीलता द्वारा अपने होने को प्रमाणित करना। समकालीन लिखक की पहचान यही हो सकती है, कि अपने समय के सवालों के प्रति वह किस तरह की प्रतिक्रिया करता है और लेखक में उन सवालों के लिए जो जगह वह निर्धारित रहता है, उन सवालों के प्रति वह कितना गंभीर है कहीं ना कहीं इन सब से ही उसकी समकालीनता सुनिश्चित होती है ।
यह हिंदी साहित्य का ब्लॉग है। जो की यूपीएससी के वैकल्पिक विषय हिंदी साहित्य के सिलेबस पर आधारित है। जो विद्यार्थी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं तथा जो वैकल्पिक विषय के रूप में हिंदी साहित्य रखते है, उन सभी विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। धन्यवाद
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