Article

हिंदी कहानी के उद्भव और विकास

हिंदी कहानी का उद्भव और विकास
           हिंदी कहानी का उद्भव और विकास आधुनिक काल में होता है| कहानी आधुनिक गद्य विधा है| प्रारंभिक दौर में कहानियां रहस्य और रोमांच से भरपूर  थी साथ ही उसमें मनोरंजन के तत्व अधिक थे, परंतु धीरे-धीरे कहानियां यथार्थ से जुड़ने  लगती हैं| हिंदी कहानी के समूचे विकास क्रम को प्रेमचंद को केंद्र में रखकर बांटा जा सकता है| जैसे -आरंभिक हिंदी कहानियां या प्रेमचंद पूर्व युग ,प्रेमचंद युगीन  हिंदी कहानी, प्रेमचंद उत्तर हिंदी कहानी, स्वातंत्र्योत्तर हिंदी कहानी  तथा समकालीन हिंदी कहानी|

No comments:

Post a Comment

आलोचना को परिभाषित करें

 आलोचना का तात्पर्य है, किसी वस्तु, रचना या कृति का मूल्यांकन करना| किसी भी रचना को समझने के लिए आलोचना को समझना आवश्यक है| बिना आलोचना...