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जीवनी किसे कहते है



जीवनी में लेखक किसी व्यक्ति के जीवन को प्रस्तुत करता है| सामान्य तौर पर व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक के घटना को प्रस्तुत किया जाता है| इसमें लेखक  को कल्पना की मनमानी की छूट नहीं होती है, जीवनी लेखक को निष्पक्ष होना आवश्यक होता है| जीवनी में लेखक व्यक्ति विशेष के मानवीय कमजोरियों को भी उभरता है जो,कि उस पात्र में निहित होता है| जीवनी में लेखक संबंधित व्यक्ति के घटनाक्रम को क्रमबद्ध रूप से प्रस्तुत करता है इसमें, व्यक्ति के व्यक्तित्व एवं कृतित्व एवं उपलब्धियों का वर्णन होता है| यहां ध्यान देने की बात है की जीवनी ना इतिहास है और न कल्पना इसमें दोनों ही विधाओं की विशेषताएं शामिल होती है| 

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